सावधान! क्या आपके पास भी आया है ‘ट्रैफिक चालान’ का मैसेज? गलती से भी क्लिक न करें — बैंक खाता हो जाएगा खाली

क्या आपको हाल ही में WhatsApp या SMS पर कोई मैसेज मिला है जिसमें आपकी गाड़ी पर ट्रैफिक चालान की बात कही गई है? अगर हां, तो तुरंत रुक जाइए! यह एक खतरनाक साइबर धोखाधड़ी हो सकती है जो पूरे भारत में तेजी से फैल रही है। साइबर अपराधी अब RTO और Parivahan की नकली पहचान का इस्तेमाल करके लोगों के बैंक खाते खाली कर रहे हैं। एक गलत क्लिक आपको लाखों रुपये का नुकसान पहुंचा सकता है।

हाल ही में ओडिशा के एक व्यक्ति ने WhatsApp पर आए ‘RTO Challan’ नामक फाइल को डाउनलोड किया और कुछ ही घंटों में उनके खाते से 7.20 लाख रुपये गायब हो गए। देहरादून, हैदराबाद, नासिक और वडोदरा जैसे शहरों में दर्जनों लोग इस घोटाले का शिकार बन चुके हैं। अब सवाल यह है — यह घोटाला काम कैसे करता है और आप खुद को कैसे बचा सकते हैं?

यह धोखाधड़ी कैसे काम करती है

धोखेबाज WhatsApp या SMS के जरिए एक मैसेज भेजते हैं जिसमें दावा किया जाता है कि आपकी गाड़ी पर ट्रैफिक चालान जारी किया गया है। यह मैसेज बिल्कुल असली सरकारी नोटिस जैसा दिखता है — उसमें वाहन नंबर, चालान नंबर और जुर्माने की राशि भी लिखी होती है। मैसेज के साथ एक लिंक या APK फाइल अटैच होती है जिसे “RTO_Challan.apk” या “E-Challan_Details.apk” जैसे नाम दिए जाते हैं।

जैसे ही आप इस फाइल को डाउनलोड करते हैं, यह आपके Android फोन पर अपने आप इंस्टॉल हो जाती है। यह कोई साधारण डॉक्यूमेंट नहीं, बल्कि एक खतरनाक मैलवेयर (spyware) है जो:

  • आपके बैंकिंग ऐप्स का पूरा एक्सेस ले लेता है
  • OTP और बैंकिंग डिटेल्स चुरा लेता है और साइबर अपराधियों को भेज देता है
  • आपकी जानकारी के बिना पैसे ट्रांसफर कर देता है
  • आपके सभी WhatsApp कॉन्टैक्ट्स को यही खतरनाक फाइल अपने आप भेज देता है
  • फोन के अंदर छुपकर काम करता है — आपको पता भी नहीं चलता

सबसे खतरनाक बात यह है कि यह मैसेज अक्सर आपके किसी जानने वाले के नंबर से आता है, क्योंकि उनका WhatsApp पहले से ही हैक हो चुका होता है। इसीलिए लोग इसे विश्वास करके फाइल डाउनलोड कर लेते हैं।

खुद को कैसे बचाएं

इन नियमों को हमेशा याद रखें:

  • कभी भी SMS या WhatsApp से आई APK फाइल डाउनलोड न करें — चाहे मैसेज किसी भी जानने वाले का नाम दिखाए
  • असली e-challan केवल सरकारी वेबसाइट echallan.parivahan.gov.in पर ही चेक करें — किसी भी लिंक पर क्लिक न करें
  • URL ध्यान से देखें — असली वेबसाइट में “.gov.in” होगा, नकली वेबसाइट में यह नहीं होगा (जैसे parivahan-payment.com या echallanparivahan.in)
  • अपने फोन की सेटिंग्स में जाकर “Install apps from unknown sources” को बंद रखें
  • अगर कोई जानने वाला APK फाइल भेजे तो पहले फोन करके पूछ लें — हो सकता है उनका WhatsApp हैक हो गया हो
  • याद रखें: शादी के कार्ड, सरकारी डॉक्यूमेंट्स, Photos, PDFs — ये कभी भी .apk फॉर्मेट में नहीं होते
  • अगर आपको संदेह हो या पैसे कट गए हों तो तुरंत 1930 (National Cyber Fraud Helpline) पर कॉल करें
  • साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें

निष्कर्ष: अपने परिवार को अभी अलर्ट करें

वडोदरा में एक व्यापारी ने RTO e-challan.apk डाउनलोड किया और 34.75 लाख रुपये गंवा दिए। हैदराबाद में दो लोगों ने नकली RTO चालान APK डाउनलोड की और लगभग 6 लाख रुपये खो दिए। यह धोखाधड़ी देश के हर कोने में फैल चुकी है।

एक गलत क्लिक से आपकी सालों की मेहनत की कमाई मिनटों में गायब हो सकती है। खासकर बुजुर्गों और कम टेक्नोलॉजी समझने वालों को इस बारे में जागरूक करना बेहद जरूरी है, क्योंकि वे सबसे आसान निशाना बनते हैं।

इस मैसेज को अपने परिवार, दोस्तों और WhatsApp ग्रुप्स में जरूर शेयर करें। याद रखें — असली चालान केवल सरकारी वेबसाइट पर मिलेगा, WhatsApp पर नहीं!

सतर्क रहें, सुरक्षित रहें!

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